इंदौर (मध्य प्रदेश), 14 मई 2025:
मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह एक विवादास्पद बयान को लेकर कानूनी मुश्किलों में फंस गए हैं। उन्होंने महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके चलते उनके खिलाफ महू के मानपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
क्या है मामला?
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की एक वरिष्ठ और सम्मानित अधिकारी हैं। हाल ही में एक सैन्य आवासीय परिसर (कैंटोनमेंट एरिया) से जुड़ा मामला सामने आया था, जिसमें कुछ स्थानीय नेताओं और भाजपा समर्थकों की गतिविधियों पर आपत्ति जताई गई थी। इसी संदर्भ में मंत्री विजय शाह ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादास्पद बयान दे दिया। उनके बयान को महिला विरोधी, अपमानजनक और सेना के अनुशासन के खिलाफ बताया जा रहा है।
कहां दर्ज हुआ मामला?
मंत्री विजय शाह के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भारी विरोध शुरू हो गया। स्थानीय नागरिकों और कई पूर्व सैनिकों ने नाराज़गी जताई और कानूनी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद महू के मानपुर थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।
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किन धाराओं में केस दर्ज हुआ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंत्री विजय शाह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की निम्नलिखित धाराओं में मामला दर्ज हुआ है:
धारा 354 – महिला की गरिमा का हनन करने के लिए। धारा 505 – सार्वजनिक रूप से अशांति फैलाने वाले बयान देने के लिए।
धारा 509 – किसी महिला की मानहानि करने हेतु अपमानजनक शब्द या इशारा।
विपक्ष और आम जनता की प्रतिक्रिया
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मंत्री के बयान की तीखी आलोचना की है और मुख्यमंत्री से उन्हें पद से बर्खास्त करने की मांग की है। आम जनता, विशेषकर महिलाओं और सेना से जुड़े लोगों में भी भारी आक्रोश देखा गया। सोशल मीडिया पर #JusticeForSofia और #RemoveVijayShah जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
सरकार की ओर से प्रतिक्रिया
फिलहाल राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, भाजपा के कुछ नेताओं ने कहा है कि मंत्री विजय शाह के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और इसकी जांच होनी चाहिए।
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निष्कर्ष:
कर्नल सोफिया कुरैशी एक सम्मानित सैन्य अधिकारी हैं और उनके प्रति मंत्री विजय शाह की कथित टिप्पणी ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या मंत्री पर राजनीतिक दबाव भी बढ़ता है।
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